ड्यू कस्टम्स क्लीयरेंस
डीडीयू (Delivered Duty Unpaid) कस्टम्स क्लीयरेंस एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय शिपिंग व्यवस्था है, जिसके तहत विक्रेता को गंतव्य देश में सामान पहुँचाने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन सीमा शुल्क और क्लीयरेंस की जिम्मेदारी खरीदार की होती है। इस व्यापक सेवा में दस्तावेज़ तैयार करना, शिपमेंट की निगरानी करना और कस्टम्स अधिकारियों के साथ समन्वय करना शामिल है। यह प्रणाली क्लीयरेंस प्रक्रिया को सुचारु बनाने के लिए उन्नत डिजिटल प्लेटफॉर्मों का उपयोग करती है, जिससे सभी संबंधित पक्षों के बीच वास्तविक समय के स्थिति अद्यतन और कुशल संचार संभव होता है। आधुनिक डीडीयू कस्टम्स क्लीयरेंस में स्वचालित सत्यापन प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज़ संसाधन और एकीकृत अनुपालन जाँच शामिल है ताकि अंतरराष्ट्रीय लेन-देन सुचारु रूप से हो सकें। इस प्रक्रिया में सामान का वर्गीकरण, मूल्य घोषणा, और नियामकीय अनुपालन जैसे विभिन्न पहलुओं का प्रबंधन किया जाता है, और पूरी शिपिंग यात्रा के दौरान पारदर्शिता बनाए रखी जाती है। यह विधि विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में लगी कंपनियों को लाभान्वित करती है, क्योंकि यह स्पष्ट जिम्मेदारी आवंटन प्रदान करती है और प्रशासनिक बोझ को कम करती है। डीडीयू कस्टम्स क्लीयरेंस के लिए आवश्यक तकनीकी ढांचे में ईडीआई (इलेक्ट्रॉनिक डेटा इंटरचेंज) सिस्टम, स्वचालित जोखिम मूल्यांकन उपकरण और परिष्कृत ट्रैकिंग तंत्र शामिल हैं, जो शिपमेंट के सटीक और समय पर संसाधन की गारंटी देते हैं।